विंढमगंज थाना क्षेत्र में आज एक नाबालिग बालिका की शादी रुकवाया, बालिका को बाल कल्याण समिति को सौंपा
सोनभद्र। जिला बाल संरक्षण इकाई व एचटीयू टीम को विश्वस्त सूत्रों से जानकारी मिली कि विण्ढमगंज थाना अन्तर्गत ग्राम फुलवार मे 16 वर्ष की नाबालिग बालिका की शादी की जा रही है। मिली सूचना का तत्काल संज्ञान लेते हुए जिलाधिकारी चन्द्र विजय सिंह व पुलिस अधीक्षक डा० यशवीर सिंह के निर्देश पर जिला बाल संरक्षण अधिकारी द्वारा जिला बाल संरक्षण इकाई से ओआर डब्ल्यू व नोडल शेषमणि दुबे, संरक्षण अधिकारी रोमी पाठक, महिला शक्ति केन्द्र से जिला समन्वयक साधना मिश्रा व मानव तस्करी रोधी इकाई प्रभारी निरीक्षक रामजी यादव, मुख्य आरक्षी धनञ्जय यादव, आरक्षी अमन द्विवेदी की संयुक्त टीम गठित कर नियमानुसार आवश्यक कार्यवाही किये जाने हेतु आदेशित किया गया।
जिसके उपरान्त संयुक्त टीम द्वारा तत्काल सम्बन्धित थाना विण्ढमगंज अन्तर्गत ग्राम फुलवार पहुचे जहां पर शादी के कार्यक्रम की तैयारी हो रही थी। संयुक्त टीम द्वारा बालिका के माता-पिता से विवाह के सम्बन्ध में पूछताछ किया गया, उनके द्वारा बताया गया कि आज अपनी पुत्री की शादी झारखंड मे कर रहे हैं। जिस पर टीम द्वारा बालिका के माता पिता से उसकी उम्र के संबंध में साक्ष्य चाहा गया तो बालिका के माता पिता द्वारा बताया गया कि बालिका कक्षा दस की परीक्षा इस वर्ष पास की है। वही परिजनों द्वारा दिये गए साक्ष्य के आधार पर बालिका की उम्र 15 वर्ष पाया गया, जिससे टीम द्वारा बालिका के माता-पिता व अन्य उपस्थित लोगों को बाल विवाह एक कानूनन अपराध है, बाल विवाह से होने वाले हानियों के बारे में भी बताया गया टीम द्वारा नाबालिग बालिका की पुनः बाल विवाह न कर दिया जाये इस कारण नाबालिग बालिका को अपनी अभिरक्षा में लेते हुए बाल कल्याण समिति सोनभद्र के समक्ष प्रस्तुत करने हेतु ले जाया गया।
ओआरडब्ल्यू शेषमणि दुबे द्वारा बताया गया कि नाबालिग बालिकाओ की शादी के रोकथाम हेतु सतत् निगरानी व प्रचार-प्रसार किया जा रहा है। जिसका परिणाम है कि जनपद में दो माह के अंदर टीम ने कुल चौबीस नाबालिग बालिकाओ को बाल वधु बनने से बचाने में सफल रहा है। श्री दुबे द्वारा यह भी बताया गया यदि किसी भी व्यक्ति द्वारा बालक व बालिका के उम्र के सम्बन्ध में गलत तरीके से प्रमाण पत्र तैयार करवाया/ किया जायेगा तो उसके भी विरूद्ध वैधानिक कार्यवाही की जायेगी।
